15 मई,माँ बगलामुखी की जयंती- आज माँ बगलामुखी की जयंती है। इस दिन माँ की बगलामुखी की साधना करने से विषेश कृपा प्राप्त होती है। माँ बगलामुखी की पूजा साधना त्वरित फल देने वाली है।
माँ बगलामुखी की जयंती पर कोर्ट कचहरी के निपटारे और शत्रु नाश के लिये कौनसे विशेष उपाय और पूजन विधी जानिये स्पेशल रिपोर्ट
नई दिल्ली | आज माँ बगलामुखी की जयंती है। इस दिन माँ की बगलामुखी की साधना करने से विषेश कृपा प्राप्त होती है। माँ बगलामुखी की पूजा साधना त्वरित फल देने वाली है। यदि आप कोर्ट के केस में फंसे हुए है या कोई शत्रु आपको परेशान कर रहा है तो चिंता की बजाये माँ की आराधना करें। किंतु ध्यान रखिये की माँ बगलामुखी दस महाविद्याओं में से एक है। इनकी आराधना किसी को हानी पहुँचाने के लिये नहीं की जानी चाहिये। वे स्तंभन की देवी हैं। माँ बगलामुखी की पूजा करने से शत्रु की वाक शक्ति का नाश होता है। जिससे साधना करने वाले के कार्य सफल होते है। केवल साधना ही नहीं बल्कि साधना करने के पूर्व कई आवश्यक बातें ध्यान में रखनी चाहिये। जैसे मन में मलीन विचारों का त्याग और शुद्ध सामग्री का प्रयोग कर व्रत करना जरूरी माना जाता है।
माँ बगलामुखी पूजन विधि:
माँ बगलामुखी को पीला रंग अति प्रिय है। इसीलिये साधना करते समय पीले रंग का आसन बिछाएं, पीले रंग का मिष्ठान भोग लगाए और हो सके तो पीले रंग की चुनरी माता को अवश्य चढ़ाएं। आप चाहें तो माता के बीज मंत्र की माला भी जप सकते है। किंतु बीज मंत्र हर व्यक्ति नहीं कर सकता है। इन मंत्रों को जपने में उच्चारण का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। इसीलिये उपासक को मंत्रो के स्थान पर माँ बगलामुखी चालीसा का पाठ ज़्यादा उत्तम फल देता है।
माँ बगलामुखी के प्रसिद्ध पीठ और मंदिर:
माँ बगलामुखी की कृपा पाने और कठिन कार्यो को सिद्ध करवाने के लिये पूरे भारत देश मे माई के तीन पीठ अत्यधिक प्रसिद्ध है जिनमे से मध्य प्रदेश के दतिया नगर में माँ पीताम्बरा पीठ में, उज्जैन नगर से 100 किमी दूर नलखेड़ा मैं और देवभूमि हिमाचल में माँ बगलामुखी का शक्तिपीठ है जहां माँ सभी बाधाओं का अंत करती है और ये पीठ सर्व कर सिद्धि के लिये बहुत प्रसिद्ध है।
।। जय माँ पीताम्बरा ।। 🙏🏼🌻🙏🏼
जय हो माता 🙏🌺