भगवान नरसिंह की जयंती मनाई 21 मई को मनाई जा रही है।
नरसिंह जयंती 2024 विशेष
नई दिल्ली : भगवान नरसिंह की जयंती इस वर्ष बैसाख मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को मनाई जा रही है। विष्णु पुराण अनुसार भगवान विष्णु के पांचवे अवतार भगवान नरसिंह माने गये हैं। भगवान नरसिंह विष्णु जी के उग्र अवतारों में से एक हैं। इनकी पूजा करने से शत्रुओं का नाश होता है। भगवान श्री हरि के सिंह रूप में साधना करने से साधक निर्भीक हो जाता है। किसी भी प्रकार के शत्रु या कठिन परिस्थिति पर विजय पा लेता है। भगवान विष्णु के उग्र रूप की वजह से साधक पर किये गये तंत्र प्रयोग भी विफल हो जाते हैं।
भगवान नरसिंह की पूजा का उत्तम महूर्त
भगवान नरसिंह के जन्म की कथा से तो अधिकतर लोग परिचित ही होंगे। जैसा पुराणों में वर्णित है
भगवान असुर हिरण्यकश्यप को मारने के लिये महल के स्तम्भ में प्रकट हुए थे। यह काल सूर्यास्त के समय का था। साधक को संध्या के समय सुर्यास्त आरंभ होने के कुछ मिनट पूर्व स्वच्छ आसन पर बैठ कर भगवान नरसिंह मंत्र – “उग्रम वीरम” का 108 बार पाठ करना चाहिये। भोग में तुलसी अवश्य और पंचामृत चढ़ायें।
भगवान नरसिंह को क्या भोग लगायें?
अगर कोई आवश्यक वस्तु या इच्छा की कामना हो तो भगवान को दही या मीठे का भोग लगाये। लेकिन ध्यान रहे कोई भी वस्तु बासी बिल्कुल न हो। इस प्रकार आपकी साधना से भगवान नरसिंह मनवांछित फल का आशीर्वाद दे देंगे।