सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams), नासा द्वारा जिस स्टारलाइनर कैप्सूल में बैठकर 5 जून को अंतरिक्ष में गयी, उसमें पहले कुछ तकनीकि खराबी थी। इसके बावजूद कैप्सूल को भेजने की मंजूरी नासा ने कैसे दे दी?
सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams) ने बनाया एक फिर फिर कीर्तिमान, जल्दी ही वापिस आकर बढ़ायेगी हिंदुस्तान का मान
Sunita Williams Latest News: अंतरिक्ष यात्री सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams) को उनके सह-अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर को नासा द्वारा अमेरिकी तारीख अनुसार 5 जून को तीसरी बार अंतरिक्ष में अंतराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में भेजी गई थी। सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams) यात्रा को बोइंग स्टरलाइनर कैप्सूल में पूरा किया गया था। सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams) और बुच का अंतराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में समय 13 जून को समाप्त होना था। किंतु अब दो हफ़्तों से भी भी अधिक समय बीत गया है। नासा ने बताया की जिस राकेट से दोनों यात्री निकले थे उसके 5 थरुस्टर्स(thrusters) में तकनीकी खराबी आ गयी गई, जिससे हीलियम गैस का स्त्राव होने लगा है। रॉकेट में कुल 28 थ्रस्टर्स हैं। इस स्तिथि में अगर रॉकेट धरती पर आने के लिए रवाना हो जाये तो अंतरिक्ष से निकलने बाद रॉकेट के वायुमंडल से गुजरते हुए आग लगने की शंका है। इस तकनीकी खराबी को सुलझाकर ही दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर सुरक्षित वापिस लाने का उपाय नासा खोज रही है। सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams), नासा द्वारा जिस स्टारलाइनर कैप्सूल में बैठकर 5 जून को अंतरिक्ष में गयी, उसमें पहले कुछ तकनीकि खराबी थी। इसके बावजूद कैप्सूल को भेजने की मंजूरी नासा ने कैसे दे दी?
अब ये बड़े बिज़नेस मैन करेंगे सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams) की मदद
सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams), बुच विलमोर को सुरक्षित धरती पर वापिस लाने के लिये स्टारलिंक और टेस्ला कंपनी के ओनर एलोन मस्क ने अपने रॉकेट भेजने का आग्रह नासा और अमरीका की सरकार से किया है। मस्क के रॉकेट में कुछ अंतरिक्ष यात्री सवार हो कर स्टारलाइनर कैप्सूल तक पहुँचकर दोनों यात्रियों को साथ लेकर धरती पर वापिस लौटेंगे।
अभी भी ये ऑप्शन की मदद से अंतरिक्ष से वापिस आ सकती है सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams)?
सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams) और बुच को वापिस लाने के लिए नासा और अमरीकी सरकार अन्य तरीकों पर भी विचार कर रहा है। इन विकल्पों में रूसी और चीनी स्पेस एजेंसियों से भी सम्पर्क कर सकती है। अमरीका आपसी राजनीतिक/व्यावसायिक मतभेद को दूर रख कर अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापिस लाने की कोशिश करेगा।
तीसरा ऑप्शन ये है की नासा द्वारा हुएस्टन के स्पेस सेंटर में इंजीनियरों द्वारा पेनल्स के सॉफ्टवेर को पहले अपग्रेड फिर सिमुलेशन तकनीक से रॉकेट में अंतरिक्ष यात्रियों से सम्पर्क में रहकर थरस्टर्स के हार्डवेर को बदलकर देखा जा सकता है। यह कितना कारगर होगा आनेवाले कुछ दिन के भीतर देखा जाना है। फिलहाल दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेस राकेट में सुरक्षित है। अगले महीने को 2 जुलाई तक दोनों राकेट में रहेंगे यह जानकारी नासा द्वारा साझा की गयी है।
सुनीता विल्लिअम्स (Sunita Williams) ने इससे पहले भी दो बार अंतरिक्ष को यात्रा का गहरा अनुभव ले चुकी है। उनके सकुशल धरती पर लौटने की कामना समस्त भारत और भारत-अमरीकी वंशियों को है।